📘 Gunahon Ka Devta – Short - बुक समरी (हिंदी में) लेखक: धर्मवीर भारती प्रकाशित: 1949 शैली: प्रेम, त्याग, अंतर्द्वंद्व और सामाजिक सीमाएं --- 💔 कहानी का सार: "Gunahon Ka Devta" एक ऐसी प्रेम कहानी है जो दिल से शुरू होती है और दर्द पर खत्म। यह सिर्फ एक प्रेम कहानी नहीं है, यह भावनाओं का तूफ़ान है जो आपके अंदर गहराई तक उतर जाएगा। मुख्य पात्र "चंदर" एक समझदार, संवेदनशील और शांत स्वभाव का युवक है। वह अपने प्रोफेसर की बेटी "सुधा" से बेहद मोहब्बत करता है — लेकिन यह प्रेम समाज की सीमाओं और आत्म-नियंत्रण की दीवारों से टकराता है। सुधा भी चंदर से प्यार करती है, लेकिन वो अपने पिता की इच्छा और सामाजिक प्रतिष्ठा के सामने अपने प्यार को कुर्बान कर देती है। चंदर, जो सुधा के लिए सब कुछ कर सकता है, खुद को उस प्रेम से अलग कर लेता है ताकि वो सुधा की मर्यादा और समाज की ‘इज्ज़त’ बनाए रख सके। लेकिन उस निर्णय का दर्द उसे अंदर ही अंदर तोड़ देता है। --- 🧠 क्या सिखाती है ये किताब? सच्चा प्रेम अक्सर त्याग की मांग करता है। समाज की बनाई दीवारें दिल की आवाज़ को कुचल देती हैं। कुछ फैसले...
"Books change thoughts, and thoughts change life"